2. भूगििा (Introduction)
ई-लाइब्रेरी प्रबंधन एि प्रिार िा पुस्तिालय प्रबंधन है गिसिें पुस्तिालयों
ि
े पाठ्य सािगियों ि
े संिहण, व्यवस्थापन एवं पुस्तिालय सेवाओं हेतु
इंटरनेट, सूचना प्रोद्योगििी तिनीिों या गडगिटल िाध्यिों िी सहायता ली
िाती है। इस प्रिार ि
े प्रबंधन ि
े गलए लाइब्रेरी सॉफ्टवेयर, गडगिटल
लाइब्रेरी सॉफ्टवेयर, संिहालय प्रबंध गसस्टि और गडगिटल संिहालयों िा
प्रयोि गिया िाता है।
इस प्रिार ि
े प्रबंधन िें पुस्तिालय संिह िो सुरगित रखना, सुलभ बनाना,
व्यवस्स्थत रखना और पाठिों ति उपलब्ध िराना ही प्राथगिि उद्देश्य
होता है। इसि
े अलावा उपयोिितााओं िो संिह िी खोि और उपयोि
िरने ि
े गलए अनुि
ू ल वातावरण भी प्रदान िरता है।
2
4. ई-लाइब्रेरी िी उपयोगिता
सुगवधािनि पहंच: ई-लाइब्रेरी क
े माध्यम से उपयोगकर्ााओं, ककसी भी समय और ककसी भी
स्थान से पुस्तकों और सूचना सामग्री र्क पहंच सकर्े है। यह उपयोगकर्ाा सेवाओं को अकिक
सुकविाजनक और लचीला बनार्ा है और उन्हें उच्चर्म स्तर की ज्ञान साझा करने की सुकविा
प्रदान करर्ा है।
ज्ञान और संचार िा िाध्यि: ई-लाइब्रेरी ज्ञान और जानकारी को साझा करने का महत्वपूर्ा
माध्यम है। यह लोगों को अन्य लोगों क
े अनुभव, शोि, लेख और पुस्तकों से पररकचर् करार्ा है
और उन्हें नवीनर्म ज्ञान और कवचारों क
े साथ अवगर् करार्ा है।
गशिा और अध्ययन: ई-लाइब्रेरी कशक्षा और अध्ययन क
े कलए एक महत्वपूर्ा स्रोर् है। यह
कवकभन्न प्रकार की सामग्री को आसानी से उपलब्ध कराने और लोगों को ज्ञान और जानकारी से
संपक
ा कराने का एक महत्वपूर्ा माध्यम है। ई-लाइब्रेरी कशक्षा और अनुसंिान क
े क्षेत्र में एक
महत्वपूर्ा संसािन है। छात्रों और शोिकर्ााओं को कवकभन्न कवषयों पर पुस्तक
ें , जनाल, अध्ययन
सामग्री, और अन्य संसािनों र्क पहंच कमलर्ी है। इससे उन्हें पठन, अध्ययन और अनुसंिान क
े
कलए आवश्यक सामग्री का उपयोग करने में मदद कमलर्ी है।
4
5. ई-लाइब्रेरी िी उपयोगिता
पुस्तिालय साििी िा संिहण और प्रबंधन: ई-लाइब्रेरी पुस्तकालयों और सूचना
सामग्री को संग्रकहर् करने, प्रबंकिर् करने और सुरकक्षर् रखने में मदद करर्ा है। इसक
े
माध्यम से पुस्तकालय संग्रह का संग्रहर्, व्यवस्थापन, आकााइकवंग, खोज और प्रकर्कलकप
प्रबंिन करना संभव होर्ा है।
गवश्वसनीयता और सुरिा: ई-लाइब्रेरी प्रबंिन कसस्टम पुस्तकालयों को अपनी सामग्री
को सुरकक्षर् रखने की सुकनकिर् करने में मदद करर्ा है। इसक
े माध्यम से पुस्तकालय
संग्रह की नकल/कॉपी रखी जा सकर्ी है और उपयोगकर्ााओं को सुरकक्षर् और
कवश्वसनीय एक्सेस प्रदान की जा सकर्ी है।
स्वतंत्र लेखिों और सिाचार पत्रों ि
े गलए प्लेटफॉिा: ई-लाइब्रेरी व्यक्तिगर् लेखकों
और समाचार पत्रों क
े कलए एक प्लेटफॉमा क
े रूप में काया कर सकर्ी है। यह लेखकों को
अपनी लेखन का प्रचार करने और अपने उपयोगकर्ााओं र्क पहंच बढाने की सुकविा
प्रदान करर्ी है।
5
6. ई-लाइब्रेरी प्रबंधन ि
े उपिरण :
6
गडगिटल पुस्तिालय सॉफ्टवेयर: ये सॉफ्टवेयर पुस्तकालयों को पुस्तकों को संग्रहीर् करने, व्यवक्तस्थर् करने
और उपयोगकर्ााओं को उन्हें एक्सेस करने की सुकविा प्रदान करर्े हैं। कई ओपेन सोसा किकजटल पुस्तकालय
सॉफ्टवेयर भी उपलब्ध है कजसमें िी-स्पेस (DSpace), ग्रीनस्टोन (Greenstone) आकद प्रमुख है ।
इलेक्ट्र ॉगनि डेटाबेस प्रबंधन गसस्टि (Electronic Database Management System): ये कसस्टम
पुस्तकालयों को कवकभन्न इलेक्ट्र ॉकनक िेटाबेस प्रबंिन में मदद करर्े हैं। इनमें क
ु छ प्रमुख सॉफ्टवेयर हैं:
Microsoft Access, MySQL, Oracle आकद।
गडगिटल आिााइव प्रबंधन गसस्टि: ये कसस्टम किकजटल सामग्री क
े संग्रहर्, संग्रहर् और प्रबंिन क
े कलए
उपयोग ककए जार्े हैं। क
ु छ प्रमुख उपकरर् हैं: Eprints, Fedora Commons, Digital Commons, आकद।
ऑनलाइन ि
ै टलॉि प्रबंधन गसस्टि: ये कसस्टम पुस्तकालय संग्रहों क
े ऑनलाइन क
ै टलॉग प्रबंिन में मदद
करर्े हैं। क
ु छ प्रमुख ऑनलाइन क
ै टलॉग प्रबंिन उपकरर् हैं: Koha, e-Granthalaya 4.0, Evergreen
आकद।
ऑपन गडगिटल आभासी पुस्तिालय (Open Digital Virtual Library): ये प्रबंिकों को एक ऑनलाइन
प्लेटफॉमा प्रदान करर्े हैं जहां वे किकजटल पुस्तकों, जनालों, अकभलेखों और अन्य सामग्री को संग्रहीर् कर सकर्े
हैं। क
ु छ प्रमुख उपकरर् हैं: DSpace, EPrints, Fedora Commons आकद।
7. ई-लाइब्रेरी प्रबंधन ि
े उपिरण : वैबसाइट/ब्लॉि
7
वैबसाइट/ब्लॉि: ई-लाइब्रेरी बनाने क
े कलए एक वैबसाइट या ब्लॉग एक महत्वपूर्ा माध्यम हो सकर्ा है। यह
आपको कवकभन्न सामग्री को संग्रकहर् करने, साझा करने और प्रबंकिर् करने में मदद कर सकर्ा है। नीचे कदए गए
क
ु छ प्रमुख वैबसाइट/ब्लॉग प्लेटफॉमा की जानकारी प्रदान की जा रही है, कजनका उपयोग करक
े आप ई-लाइब्रेरी
बना सकर्े हैं:
WordPress: WordPress एक प्रमुख और लोककप्रय ब्लॉग प्लेटफॉमा है कजसे लाखों उपयोगकर्ाा उपयोग
करर्े हैं। यह बहर् यूजर फ्र
ें िली है और आपको ई-लाइब्रेरी क
े कलए एक शक्तिशाली वेबसाइट बनाने की
सुकविा प्रदान करर्ा है। WordPress पर अनेक थीम्स, प्लगइन्स और सुकविाएं हैं जो आपको ब्लॉग को
व्यक्तिगर् रूप देने में मदद करर्े हैं।
Blogger: Blogger, Google द्वारा प्रदान की जाने वाली मुफ्त ब्लॉकगंग सेवा है। यह आसानी से उपयोग
ककया जा सकर्ा है और आपको अपनी ब्लॉग पोस्ट को अपने गूगल खार्े पर होस्ट करने की सुकविा प्रदान
करर्ा है।
Tumblr: Tumblr एक शॉटाफॉमा ब्लॉकगंग प्लेटफॉमा है जो छोटी पोस्ट, छकवयों, वीकियो और ऑकियो को
साझा करने की सुकविा प्रदान करर्ा है। यह यूजर फ्र
ें िली है और आपको अपनी ई-लाइब्रेरी को आकषाक
बनाने क
े कलए कवकभन्न थीम्स और कस्टमाइजेशन कवकल्प प्रदान करर्ा है।
8. ई-लाइब्रेरी प्रबंधन ि
े उपिरण : वैबसाइट/ब्लॉि
8
Medium: Medium एक लोककप्रय ब्लॉकगंग प्लेटफॉमा है कजसमें उपयोगकर्ााओं को अपने लेखों को प्रकाकशर्
करने, उन्हें साझा करने और उन्हें पढने की सुकविा कमलर्ी है। वह एक सामुदाकयक प्लेटफॉमा है जहां आप
दू सरे लेखकों क
े साथ जुड़ सकर्े हैं और उनकी सामग्री को भी पढ सकर्े हैं।
Ghost: Ghost एक ओपन सोसा ब्लॉकगंग प्लेटफॉमा है जो वेबसाइट और ब्लॉग बनाने क
े कलए किजाइन ककया
गया है। यह एक सरल, शक्तिशाली और यूजर फ्र
ें िली प्लेटफॉमा है कजसमें प्रमुख ध्यान ब्लॉकगंग पर है। यह
कवकभन्न थीम्स, कस्टमाइजेशन कवकल्प और प्लगइन्स प्रदान करर्ा है जो आपको अपने ब्लॉग को व्यक्तिगर्
रूप देने में मदद करर्े हैं।
Wix: Wix एक दृश्यप्रदशी वेबसाइट कनमाार् प्लेटफॉमा है कजसका उपयोग आप ई-लाइब्रेरी बनाने क
े कलए कर
सकर्े हैं। यह एक आसान और उपयोगकर्ाा कमत्रवर्् प्लेटफॉमा है कजसमें आपको कवकभन्न टेम्पलेट्स, कवजेट्स
और ऐप्स कमलेंगे जो आपकी आवश्यकर्ाओं को पूरा करने में मदद करेंगे।
10. ई-लाइब्रेरी गनिााण ि
े चरण
10
प्लेटफॉिा िा चयन : ब्लॉग बनाने क
े कलए आपको एक ई-लाइब्रेरी प्लेटफॉमा का
चयन करना होगा। कई कवकल्प उपलब्ध हैं जो ई-लाइब्रेरी सामग्री को होस्ट करने
और प्रबंकिर् करने की सुकविा प्रदान करर्े हैं।
थीि चुनें: आपको अपने ब्लॉग क
े कलए उपयुि थीम का चयन करना होगा। ध्यान
दें कक थीम आपकी ई-लाइब्रेरी क
े कवषय और उद्देश्य क
े अनुरूप होनी चाकहए।
थीम आपक
े ब्लॉग की दृश्यर्ा और उपयोगकर्ाा अनुभव को प्रभाकवर् करेगी।
साििी िो व्यवस्स्थत िरें: अपनी ई-लाइब्रेरी क
े कलए सामग्री को व्यवक्तस्थर्
करना आवश्यक होगा। इसमें पुस्तक
ें , लेख, कवचारों, साकहक्तिक रचनाएं , संग्रह,
आकद शाकमल हो सकर्े हैं। सामग्री को श्रेर्ीबद्ध करें और नेकवगेशन प्रदान करें
र्ाकक पाठकों को आसानी से उपयुि सामग्री र्क पहंचने में मदद कमले।
11. ई-लाइब्रेरी गनिााण ि
े चरण
11
गडगिटल प्रारूप: ई-लाइब्रेरी की सामग्री को पाठकों क
े कलए किकजटल प्रारूप में
प्रदान करें। यह ई-पुस्तक
ें , पीिीएफ, ईपब, मोबाइल ऐप्स आकद क
े रूप में हो
सकर्ी है।
खोियोग्यता और िेटाडेटा: अपनी सामग्री को खोजने क
े कलए खोजयोग्यर्ा का
महत्वपूर्ा कहस्सा है। मेटािेटा जोड़कर, जैसे लेखक, कवषय, टैग, वगीकरर्, आकद,
आप अपनी सामग्री को कवस्तार से खोजने क
े कलए उपयुि बना सकर्े हैं।
इंटरैस्क्ट्वता: आप अपनी ई-लाइब्रेरी को इंटरैक्तक्ट्व बना सकर्े हैं, जैसे कक
पाठकों को समीक्षा और रेकटंग प्रदान करने की सुकविा, कटप्पकर्यों को समथान
करना, सामग्री को साझा करने की सुकविा, आकद।
िाि
े गटंि और प्रचार:: अपनी ई-लाइब्रेरी को प्रमोट करने क
े कलए माक
े कटंग और
प्रचार गकर्कवकियों का उपयोग करें। आप सोशल मीकिया प्लेटफॉमा, ईमेल
माक
े कटंग, ब्लॉग पोस्ट, प्रेस कवज्ञक्ति, आकद का उपयोग करक
े अपनी ई-लाइब्रेरी को
लोगों क
े पास पहंचा सकर्े हैं।
22. गनष्कर्ा:
22
ई-लाइब्रेरी प्रबंिन एक प्रकिया है कजसका उपयोग पुस्तकालयों द्वारा
अपने पाठ्य सामग्री को संग्रहीर् करने, संरकक्षर् करने और प्रबंिन
करने क
े कलए ककया जार्ा है।
इसका उद्देश्य पाठ्य सामग्री को उपयोगकर्ााओं र्क आसानी से
उपलब्ध कराना होर्ा है और ई-लाइब्रेरी क
े माध्यम से उपयोगकर्ााओं
को आसानी से सामग्री खोजने और प्राि करने की सुकविा प्रदान की
जा सकर्ी है।
ई-लाइब्रेरी प्रबंिन का उद्देश्य पाठ्य सामग्री को सुकविाजनक और
सुरकक्षर् ढंग से प्रबंिन करना है र्ाकक उपयोगकर्ााओं को आसानी
उपलब्ध हो सक
े और कभी भी कहीं से एक्सेस (अकभगम) प्रदान ककया
जा सक
े ।